हिंदू धर्म में 12 ज्योतिर्लिंगों का विशेष महत्व है। ये सभी स्वयं भगवान शिव के प्रतीक माने जाते हैं। प्रत्येक ज्योतिर्लिंग का अपना एक अलग महत्व और शक्ति है। क्या आप जानते हैं कि आपकी राशि के अनुसार कौन सा ज्योतिर्लिंग आपके लिए सबसे अधिक फलदायी हो सकता है? आइए जानते हैं-

मेष राशि: सोमनाथ ज्योतिर्लिंग

स्थान: गुजरात
पूजा विधि: पंचामृत से अभिषेक
वृषभ राशि: शैल मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग

स्थान: आंध्र प्रदेश
विशेषता: कृष्णा नदी के तट पर स्थित
मिथुन राशि: महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग

स्थान: उज्जैन, मध्य प्रदेश
विशेषता: एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग
कर्क राशि: ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग

स्थान: इंदौर के पास, मध्य प्रदेश
विशेषता: विशेष ख्याति प्राप्त
सिंह राशि: बैजनाथ ज्योतिर्लिंग

स्थान: झारखंड
विशेषता: रावण द्वारा स्थापित
कन्या राशि: भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग

स्थान: पूणे, महाराष्ट्र
पूजा विधि: दूध अर्पित करना
तुला राशि: रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग

स्थान: तमिलनाडु
लाभ: दांपत्य सुख में वृद्धि
वृश्चिक राशि: नागेश्वर ज्योतिर्लिंग

स्थान: गुजरात
पूजा विधि: गेंदे के फूल और शमी-बेलपत्र चढ़ाना
धनु राशि: काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग

स्थान: वाराणसी, उत्तर प्रदेश
पूजा विधि: दूध से अभिषेक
मकर राशि: त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग

स्थान: नासिक, महाराष्ट्र
पूजा विधि: गंगाजल में गुड़ मिलाकर अभिषेक
कुंभ राशि: केदारनाथ ज्योतिर्लिंग

स्थान: उत्तराखंड
पूजा विधि: पंचामृत से अभिषेक, कलम का फूल और धतूरा चढ़ाना
मीन राशि: घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग

स्थान: औरंगाबाद, महाराष्ट्र
पूजा विधि: दूध में केसर मिलाकर अभिषेक
ध्यान दें:

आप अपनी इच्छा और क्षमतानुसार किसी भी ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकते हैं।
राशि के अनुसार पूजा करने से विशेष लाभ मिल सकता है।
यह लेख सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। किसी भी धार्मिक या आध्यात्मिक सलाह के लिए कृपया किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें।