सफलता की कहानी - अनिता को मिला लाड़ली बहना योजना का सहारा
मनोज रावत रिपोर्ट
उज्जैन,15 जनवरी। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाए जाने वाली लाड़ली बहना योजना का लाभ अनिता ग्राम पंचायत सेमल्या नस्सर की निवासी को भी मिल रहा है।
अनिता एक ग्रहणी है व उनके पति मजदूरी करते हैं। बहन अनिता द्वारा बताया गया की पति मजदूरी करते हैं इस वजह से घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहती थी और इन सबके चलते उन्हें घर खर्चों और बच्चों के भविष्य की काफी चिंता सताती थी। ऐसी स्थिति में उन्हें कई बार कर्ज भी लेना पड़ता था और इससे उन्हें काफी असहजता भी महसूस होती थी।
फिर जब उन्हें सरकार द्वारा चलाई गई लाड़ली बहना योजना के बारे में पता चला तो उन्होंने जल्द से जल्द इसमें अपना पंजीयन करवाया और इस योजना में उन्हें लाभ मिलना चालू हुआ। जब उन्हें पहली बार की धनराशि बैंक अकाउंट में प्राप्त हुई तो वो बेहद खुश हुई व उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उस समय उनके लिए यह भाव ऐसा था जैसे उनके भाई ने उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ा दिया हो। इस धनराशि से उन्होंने पहले अपने परिवार पर बच्चों पर खर्च किया और फिर अपने भाई को राखी पर उपहार दिया व साथ ही पैसों को जमा कर अपने बकाया चुकाए। अनिता के लिए यह पैसा सिर्फ पैसे से कहीं ज्यादा था। यह एक आशा का नया किरण था, एक नई शुरुआत का संकेत था।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा इस योजना से उनको काफी सहायता प्राप्त हुई और उनके लिए जैसे उनका भाई ही उनकी सहायता के लिया आया हो ऐसा महसूस किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना सिर्फ एक योजना नहीं है, बल्कि यह लाखों महिलाओं के जीवन को बदलने का एक माध्यम है।