लोकेशन सुसनेर 
आदित्य उपाध्याय

सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित "गोवंश रक्षा वर्ष" के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा  द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में  चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 300 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि बसंत पंचमी पीतवर्ण का त्यौहार है और पीतवर्ण शान्ति एवं ज्ञान का प्रतीक है और मां सरस्वती के प्रकट उत्सव के रूप में हम मां की कृपा चाहते है बस मां से यही मांगे कि मां हमें अपनी वाणी में संयम रखने का आशीर्वाद देवे ताकि हम मीठा एवं सत्य बोले क्योंकि संसार में दुश्मनों की संख्या घटानी है तो कम बोले और जब बोलने का अवसर आएं तो मीठा बोले साथ ही मां सरस्वती जी के एक हाथ में वीणा अर्थात जीवन में मधुरता बनी रहें,दूसरे हाथ में पुस्तक यानि शास्त्रों की मर्यादा बनी रहें तीसरे हाथ में माला यानि हमेशा हरि का स्मरण एवं चौथा हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में अर्थात  सदैव सेवा में लगे रहें,मै तुम्हारे साथ हूं 
 स्वामीजी ने आगे बताया कि आज बीज दान का भी बहुत महत्व है क्योंकि मां सरस्वती स्वयं बीज स्वरूपा है और आज दिए गए दान को महाशिवरात्रि के दिन बोया जाएं तो वह हमें दो फल देगा जिसमें से एक तो बीज रूपी फल एवं दूसरा पुण्य रूपी फल।
    स्वामीजी ने कहां कि आज के दिन अबूझ मुहूर्त होता है और आज के पुण्य पर्व पर दाता देवी फाइन्डेशन की बेबसाइड का शुभारंभ किया और बताया कि दाता देवी फाउंडेशन पूरे भारत में 1008 गो चिकित्सालयों का निर्माण करेगा जिसमें 20% स्थानीय समिति एवं 80%दाता देवी फाउंडेशन गो प्रेमी भामाशाह के सहयोग से निर्माण करवाएगा जो साध्वी श्रद्धा गोपाल सरस्वती के मार्गदर्शन में संचालित होगा और साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती,साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती,साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती एवं कोलकाता से मनीष जी राठी इनका सहयोग करेगा और बेबसाइड में जो गो चिकित्सालय निर्माण के लिए आवेदन करेगा उन्हें वरीयता के आधार पर गो चिकित्सालय निर्माण  करवाया जाएगा ।

*श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा ,कामधेनु गो अभयारण्य ,धेनु देवी फाउंडेशन एवं दृष्टिदेवी फाउंडेशन  के तत्वाधान में विश्व के प्रथम गो अभयारण्य में चल रहें ग्वाल प्रशिक्षण शिविर में साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती के साथ अन्य विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण दिया*

*300 वें दिवस पर श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के न्यासी राघवेन्द्र शर्मा इन्दौर, ओम प्रकाश डॉ.श्रीमती शोभा प्रजापति आदि अतिथि उपस्थित रहें*


*300 वे दिवस पर चुनरी यात्रा बागड़,मेवाड़,हाड़ौती एवं मालवा से*

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 300 वें दिवस पर चुनरी यात्रा बागड़ में स्थित श्री श्री उत्तम गोपाल कृष्ण गोशाला से मुकेश भोई,नीरज शर्मा,आयुष जोशी,खेमराज भाटिया,नरेश सेवक, मेवाड़ स्थित श्री राधे कृष्ण गोसेवा समिति काबरी (भीलवाड़ा) केलाश धाकड़,रामधन धाकड़,पप्पू लाल  धाकड़, जगदीश,मांगीलाल,नंदलाल,भोमाराम, सत्तुलाल कन्हैयालाल धाकड़,हाड़ौती के कोटा से श्रीमती इंद्रा रामगोपाल शृंगी,एवं पिड़ावा तहसील के ओसाव ग्राम की महिला मंडल एवं मालवा से के आगर से श्रीमती मंजू शर्मा, सुसनेर तहसील के ग्राम बराई से मास्टर कैलाश दांगी,दुर्गेश प्रजापति,दिलीप पटेल,मनोहर पटेल सहित ग्राम की मातृशक्ति एवं परसूलिया एवं देरिया ग्राम की मातृ शक्ति सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए  गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी  लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया  और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।